इस सब्जी की खेती किसानों को बना रही है करोड़पति, फायदे इतने की बिना मंडी जाये ही बिक जाती है पूरी फसल
इस सब्जी की खेती किसानों को बना रही है करोड़पति, फायदे इतने की बिना मंडी जाये ही बिक जाती है पूरी फसल हाल ही में इन दिनों एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमे कई किसान सिर्फ एक फसल की खेती से ही करोड़पति बन रहे हैं आज कल समस्तीपुर नाम के गांव में किसानों की बहुत ही ज्यादा बम्पर कमाया हो रही है जिस कारण वहां के किसानों का जीवन स्तर बहुत ही ऊँचा हो रहा है वे सभी एक ऐसी फसल की खेती कर रहे हैं जिसकी बिक्री के लिए आपको बाजार जाने की भी जरूरत नहीं है ये फसल खेती करते करते ही पूरी बुक हो जाती है जिससे किसानों को बहुत ही ज्यादा फायदा मिलता है और उनका खर्चा भी बचता है समस्तीपुर के किसान आज कल ऐसी ही फसल की खेती कर मालामाल हो रहे हैं इस फसल का नाम है लाल साग जिसके बहुत ही ज्यादा फायदे हैं जिस कारण समस्तीपुर के किसानों की यह खेती पहली पसंद बनी हुई है। इस फसल से किसानों को भरपूर मुनाफा मिल रहा है जिस कारण वे बहुत ही ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।

जानिए क्या हैं इस लाल साग के फायदे
इस खास साग की खेती बहुत ही लाभदायक होती है जिस कारण किसान भी इसकी खेती करना काफी पसंद करते हैं लाल साग में काफी मात्रा में प्रोटीन होता है। इस फसल की खेती करना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है लोग इस साग को बाजार में बहुत ही ज्यादा खोजते हैं क्योंकि लोगों के लिए इस साग का महत्व बहुत ही ज्यादा है समस्तीपुर के किसानों ने बताया की जब वे इसे खेत में लगाते हैं तो इस फसल के लगते ही लोग इसकी बुकिंग पहले ही कर देते हैं शहर के लोग भी इस साग का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल करते हैं क्योंकि उन्हें इस साग की विशेषता पता होती है इस खेती से होने वाले फायदे विदेशों में भी बहुत ही ज्यादा प्रचलित हैं जिसके कारण वहां भी इसकी डिमांड काफी ज्यादा होती है जिससे इसका मुनाफा और भी ज्यादा हो जाता है।
मंचून कुमार ने बताया की कैसे की जताई है खेती
गांव में रहने वाले मंचून कुमार ने बताया कि यह ऐसी फसल है जो की केवल 25 से 30 दिनों के अंदर ही तैयार हो जाती है इस फसल में लागत सबसे कम होता है और मुनाफा अधिक होता है जिस कारण ये फसल किसानों की पहली पसंद बनी हुई है। उन्होंने बताया कि हम लोग के यहां जो ठरिया का साग खेत में उत्पादित होता है वह पूरा दूसरे शहर में चला जाता हैं। जिस कारण उनकी पूरी फसल तुरंत ही बिक जाती है जिस कारण वे इस फसल की खेती करना बहुत ही पसंद करते हैं। यहां का साग समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, जयनगर, सहरसा, सुपौल, सिवान, सहित बिहार के अलग अलग जिले में जाता है हर जिले में इसकी कीमत अलग अलग होती है जिस कारण इससे मिलने वाला मुनाफा भी अधिक होता जाता है समस्तीपुर में इसकी कीमत 30 रुपए किलो मिलती है। विदेशों में इसकी कीमत काफी ज्यादा मिलती है हर शहर में इसका दाम बहुत ज्यादा होता है जिससे इसका मुनाफा बढ़ जाता है।
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